प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत नि-क्षय मित्र बनाने हेतु जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता में जिला सभागार में बैठक आयोजित हुई, जिसमें 09 नि-क्षय मित्रों द्वारा 16 टीबी मरीजों को गोद लिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तराखंड को 2024 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत टीबी मरीजों को जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों, सहकारी समितियों, शिक्षा विभाग, गैर सरकारी संगठन एवं इच्छुक नागरिकों द्वारा स्वेच्छा से नि-क्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को गोद लेकर उनके अतिरिक्त पोषण, जांच एवं उपचार में सहायता प्रदान की जायेंगी। उन्होंने कहा कि टीबी बीमारी दूर करने में उपचार के साथ ही पोषण अति आवश्यक हैं, इसलिए उन्होंने सभी से अपील की है कि वे टीबी मरीजों को गोद लेकर टीबी उन्मूलन में सहभागी बनें। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दियें कि वे पोषण किट वितरित की मॉनिटरिंग करेंगे, ताकि समय पर टीबी मरीजों को पोषण किट मिल सकें।
बैठक में नि-क्षय मित्र जिलाधिकारी रीना जोशी ने 01, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने 03, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने 05, विधायक कपकोट सुरेश गढिया ने 01, ज्येष्ठ प्रमुख हरीश मेहरा ने 02, जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या व जिला सूचना अधिकारी गोविन्द सिंह बिष्ट ने एक-एक टीबी मरीजों को गोद लिया।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0एन.एस. टोलिया ने बताया कि जनपद में 230 पंजीकृत टीबी मरीजों का उपचार चल रहा हैं, जिसमें से 173 मरीजों ने सहायता लेने के लिए हामी भरी है। Department of Medical Health And Family Welfare Uttarakhand
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