उत्तराखंड राज्य में लोक सेवा आयोग की ओर से कराई गई लेखपाल भर्ती के पेपर लीक करने की प्रक्रिया में एसटीएफ ने दो अन्य आरोपियों को दबोचा है। यह आरोपित नामजद है और इन्हें एसटीएफ द्वारा हरिद्वार से दबोचा गया है। एसटीएफ ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किए गए सभी आरोपितों को हरिद्वार स्थित न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया और अब उन्हें जेल भेज दिया गया है। इसके अलावा बेरोजगार युवाओं ने लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा करने के साथ ही साथ आरोपितों के लिए कड़ी सजा की मांग की। जानकारी के मुताबिक एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक आरोपित पेशे से चिकित्सक है जोकि सीएमआई अस्पताल ज्वालापुर में डायलिसिस करता है और बीते शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया मनीष कुमार भी उसका परिचित है। फिलहाल एसटीएफ इस मामले में आगे की कार्यवाही कर रही है और अन्य आरोपियों को भी पकड़ने की कोशिश कर रही है। एसटीएफ का कहना है कि नकलची पेपर खरीदने वाले अभ्यर्थियों पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक सकती है। एसटीएफ को अभी तक इस मामले में 35 अभ्यर्थियों की जानकारी मिली है और एसटीएफ के अनुसार जल्द ही कुछ अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस मामले में मास्टरमाइंड के
रूप में संजीव चतुर्वेदी व उसकी पत्नी रितु चतुर्वेदी सामने आए हैं।
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